शबरिमला श्री धर्म शास्ता, भगवान अय्यप्पा को समर्पित, केरल के सभी सिद्ध मंदिरों से सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख है ।यह मंदिर पत्तनंतिट्टा जिले में शबरिमला नामक एक पहाडी (समुद्र तल से लगभग 3000 फीट ऊपर) पर स्थित है, जो अद्वितीय है ।
मंदिर सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला है । मंदिर के पास एक जगह है, पूर्व सन्निधानम (भगवान अय्यप्पा का निवास) के लिए समर्पित वावर (भगवान अय्यप्पा के एक करीबी दोस्त) जो कहा जाता है। वावर नडा, धार्मिक सद्भाव का प्रतीक है । इस मंदिर का एक और अनोखा पहलू यह है कि यह पूरे साल खुला नहीं रहता है । यह केवल मंडलपूजा मकर विलक्कु और विष्णु के दिनों में पूजा केलिए खुला है ।
ऐसा कहा जाता है कि तीर्थयात्रियों को शबरिमला जाने से पहले 41 दिनो तक ब्राहृचर्य का पालन करना पडता है । तीर्थयात्री पारंपरिक बन वन मार्गों के साथ-साथ पंबा से भी जाते है, जो मंदिर तक पहुँचने के लिए शारीरिक रूप से कम चुनौतीपूर्म नहीं है।