हरित शबरीमला के लिए प्लास्टिक मुक्त शबरीमला योजना।
शबरीमला तीर्थाटन से संबद्ध हरित शबरीमला योजना तीर्थस्थान तथा उसके आसपास के प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त कराने की है । शुचित्व मिशन हरित शबरीमला अभियान को बढ़ावा देनेवाले कई कार्य कर रहा है जिसका नियंत्रण पत्तनंतिट्टा जिला शासन को है । शबरीमला को प्लास्टिक युक्त करने तथा पंपा की सफाई करने के विभिन्न कार्यकलाप मिशन में शामिल है । यह अभियान देवस्वम बोर्ड, वन विभाग, कुडुंबश्री, पुलीस तथा सार्वजनिक सूचना विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हो रहा है ।
अभियान के तहत, आधे लाख से ज़्यादा थैलियाँ वितरण के लिए तैयार हूँ, जिनमें प्लास्टिक के उपयोग से बचने का संदेश बी है । कपडे से बनी इन थैलियों के वितरण निलक्कल शिविर तथा चेंगन्नूर रेलवे स्टेशन पर हो रहा है । तीर्थाटकों द्वारा कपडे पंपा नदी पर छोडे जाने को रोकने के लिए पारी व्यवस्था में चौबीसों घंटे हरित गार्ड तैनात किए गए हैं । शबरीमला स्वच्छता मंडली के सदस्य हरित गार्ड के रूप में कार्यरत है । जिला के विभिन्न कॉलिजों के एन.एस.एस. स्वेच्छाकर्मी हरित मिशन में भागीदार हैं ।
लाहा से पंपा तक के तथा कानमला से लाहा तक के प्लास्टिक कूडे-कचरे पर्यावरण-गार्ड द्वारा इकट्ठे किए जाते हैं और निलक्कल से पंपा तक के जैविकेतर कूडे स्वच्छ मिशन की ओर से इकट्ठे किए जाते हैं । ये कूडे-कचरे तिरुवल्ला के एक निजी कारखाने में विच्छिन्न किया जाता है । निलक्कल और पंपा में छह बड़े-बड़े डिब्बे प्लास्टिक बोतल एवं प्लास्टिक थैली को छोड़ने के लिए रखे गये हैं । पंपा-निलक्कल तथा पंतलम में 100 से ज़्यादा भाप यंत्र रखे गए है जो जैविकेतर कूडे-कचरे के निर्मार्जन केलिए है । जिला के विभिन्न केंद्रों में पंपा नदी में मंदिर अनुष्ठाने के खिलाफ कपड़े न फेंकने और शबरीमला जंगल को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए विभिन्न भाषाओं में छपे पर्चे संदेश के रूप में बांट दिये जाते हैं । साथ ही शबरीमला के विशेष दिनों की सूचना जेब-कार्ड द्वारा दी जाती है ।
शबरीमला तीर्थाटन जो चेंगन्नूर रेलवे स्टेशन पर उतरते हैं, उन्हें रेलवे घोषणा के पहले ही कन्नड, तेलुगु और तमिल भाषाओं में सूचना दी जाती है ।